उज्जैन: महाकाल की नगरी के अनछुए रहस्य और दर्शनीय स्थल
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के अलावा, उज्जैन में और भी कई मंदिर हैं जो अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं। हरसिद्धि मंदिर, काल भैरव मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, और चिंतामन गणेश मंदिर कुछ ऐसे ही प्रमुख मंदिर हैं। इन मंदिरों की यात्रा आपको आध्यात्मिक शांति और दिव्य अनुभूति प्रदान करेगी।
उज्जैन का इतिहास भी बेहद रोचक है। यह प्राचीन अवंतिका नगरी के नाम से जाना जाता था और भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है। यहां के वेधशाला, जो राजा जयसिंह द्वितीय द्वारा बनवाई गई थी, खगोल विज्ञान के प्रति उनके गहरे ज्ञान का प्रमाण है। वेधशाला में आज भी प्राचीन खगोलीय यंत्र मौजूद हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
क्षिप्रा नदी के तट पर बसा उज्जैन, कुंभ मेले का भी एक प्रमुख स्थल है। हर 12 साल में यहां लगने वाला सिंहस्थ कुंभ, लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचता है। इस दौरान पूरा शहर भक्ति और आध्यात्म के रंग में रंग जाता है।
उज्जैन की यात्रा अधूरी है अगर आप यहां के स्थानीय बाजारों की सैर नहीं करते। यहां आपको हस्तशिल्प, पारंपरिक वस्त्र, और स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। नमकीन, भेलपुरी, और जलेबी जैसे स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेना न भूलें।
उज्जैन पहुंचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। इंदौर का देवी अहिल्याबाई होल्कर विमानक्षेत्र सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है। रेल और सड़क मार्ग से भी उज्जैन आसानी से पहुँचा जा सकता है। शहर में ठहरने के लिए कई होटल और धर्मशालाएं उपलब्ध हैं।
अगर आप इतिहास, संस्कृति और धर्म में रुचि रखते हैं, तो उज्जैन आपके लिए एक आदर्श यात्रा स्थल है। इस शहर की यात्रा आपको एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगी। तो देर किस बात की, अपनी अगली यात्रा के लिए उज्जैन की योजना बनाइए और इस प्राचीन नगरी के रहस्यों को खुद खोजिए।