शारदा सिन्हा का जन्म बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में हुआ था। छोटी उम्र से ही उन्हें संगीत में गहरी रुचि थी और उन्होंने अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके गुरुओं ने उनके संगीत प्रतिभा को पहचाना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। धीरे-धीरे उनका नाम संगीत जगत में फैलने लगा और उन्हें बॉलीवुड में गाने का मौका मिला।

1970 और 80 के दशक में शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड में कई हिट गाने गाए। "तू मेरा हीरो है," "एक प्यार का नगमा है," और "मेरे अंगने में" जैसे गाने आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं। उन्होंने लता मंगेशकर, आशा भोंसले और किशोर कुमार जैसे दिग्गज गायकों के साथ काम किया। उनकी आवाज़ की मिठास और गाने की अंदाज ने उन्हें दर्शकों का प्यार और सम्मान दिलाया।

बॉलीवुड के अलावा, शारदा सिन्हा ने मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषाओं में कई लोकगीत भी गाए हैं। उन्होंने बिहार की लोक संस्कृति को अपने गीतों के माध्यम से देश-विदेश में पहुंचाया है। उनके लोकगीतों में बिहार की खुशबू और सांस्कृतिक विरासत की झलक मिलती है। वे लोक संगीत की एक प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में जानी जाती हैं।

शारदा सिन्हा को उनके संगीत के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उन्हें पद्म भूषण, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कई अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उनका योगदान संगीत जगत में अमूल्य है।

आज भी, शारदा सिन्हा युवा गायकों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी संगीत यात्रा संघर्ष, मेहनत और लगन की कहानी है। उनकी आवाज़ आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य विरासत है।