मेसी के जाने के बाद, PSG के सामने एक बड़ी चुनौती है। मेसी, भले ही अपने चरम पर न रहे हों, फिर भी उनकी मौजूदगी टीम को एक अलग स्तर का आत्मविश्वास देती थी। अब क्यीलियन एम्बाप्पे टीम की कमान संभालेंगे, लेकिन क्या वो अकेले दम पर टीम को चैंपियंस लीग जिता सकते हैं? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब आने वाले समय में ही मिलेगा।

PSG ने इस सीजन में नए खिलाड़ियों को शामिल किया है, लेकिन टीम की सबसे बड़ी कमी टीम भावना की है। अतीत में भी स्टार खिलाड़ियों से सजी यह टीम आंतरिक कलह का शिकार होती रही है। नए कोच लुइस एनरिक के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन्हीं स्टार खिलाड़ियों को एक जुट करके टीम के रूप में खेलना सिखाना होगा।

चैंपियंस लीग एक ऐसा मंच है जहाँ सिर्फ़ व्यक्तिगत प्रतिभा से काम नहीं चलता। यहाँ टीम भावना, रणनीति, और लगातार बेहतर प्रदर्शन की ज़रूरत होती है। PSG के पास बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन क्या वो एक टीम के रूप में खेल सकते हैं?

चैंपियंस लीग में PSG का सफर हमेशा ही उतार-चढ़ाव भरा रहा है। कभी वो शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो कभी निराशाजनक हार का सामना करना पड़ता है। इस बार भी उनके सामने कई मज़बूत टीमें होंगी, जिनसे उन्हें टक्कर लेनी होगी।

PSG के लिए चैंपियंस लीग जीतना एक सपने की तरह है। लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। क्या वो इस बार अपने सपने को पूरा कर पाएंगे? यह तो वक़्त ही बताएगा।

हालांकि, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जहां कुछ भी संभव है। अगर PSG अपने खिलाड़ियों के बीच तालमेल बिठा पाए और एक टीम के रूप में खेल पाए, तो उनके लिए चैंपियंस लीग जीतना नामुमकिन नहीं है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या लुइस एनरिक इस टीम को वह सफलता दिला पाएंगे जिसकी उसे लंबे समय से तलाश है।