ओन्स जबूर: टेनिस की नई सनसनी, क्या ग्रैंड स्लैम जीत अब दूर नहीं?
जबूर का खेल निश्चित रूप से उनकी क्षमता को दर्शाता है। उनकी विविधतापूर्ण शॉट्स, तेज सर्विस और कोर्ट पर उनकी उपस्थिति उन्हें विरोधियों के लिए एक कठिन चुनौती बनाती है। वह अपने खेल में क्रिएटिविटी का भी बखूबी इस्तेमाल करती हैं, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।
हालाँकि, ग्रैंड स्लैम जीतना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए सिर्फ़ टैलेंट ही काफी नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती, लगातार अच्छा प्रदर्शन और थोड़ा सा किस्मत का भी साथ चाहिए होता है। जबूर ने अपने कैरियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और उन्हें अभी भी अपने खेल में कुछ कमियों पर काम करने की ज़रूरत है।
उनकी सबसे बड़ी ताकत उनका आक्रामक खेल है। वह कोर्ट पर हुक्मरान बनकर रहती हैं और विरोधियों पर लगातार दबाव बनाती हैं। उनका फोरहैंड और बैकहैंड दोनों ही काफी मजबूत हैं और वह ड्रॉप शॉट्स का भी बेहतरीन इस्तेमाल करती हैं।
लेकिन उनकी कमजोरी उनकी कभी-कभी होने वाली असंगतता है। कई बार वह महत्वपूर्ण मैचों में दबाव में आ जाती हैं और गलतियाँ कर बैठती हैं। उन्हें अपनी मानसिक मजबूती पर काम करने की ज़रूरत है ताकि वह बड़े मैचों में भी शांत रह सकें।
ओन्स जबूर में ग्रैंड स्लैम चैंपियन बनने की क्षमता ज़रूर है। उनके खेल में वह सारी खूबियाँ मौजूद हैं जो एक चैंपियन में होनी चाहिए। अगर वह अपनी कमजोरियों पर काम करें और लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रहें, तो वह जल्द ही ग्रैंड स्लैम खिताब जीत सकती हैं।
जबूर ने अपने देश ट्यूनीशिया के लिए इतिहास रचा है। वह पहली अरब महिला हैं जो विंबलडन के फाइनल में पहुंची हैं। उन्होंने दुनिया भर के युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और साबित किया है कि मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
ओन्स जबूर का सफर अभी जारी है, और उनके प्रशंसक उनसे बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। क्या वह अपनी मेहनत का फल पाएंगी और ग्रैंड स्लैम खिताब जीतेंगी, यह तो वक़्त ही बताएगा। लेकिन एक बात तो पक्की है कि जबूर ने टेनिस की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है, और वह आने वाले समय में और भी ऊंचाइयों को छूएंगी।