मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक रुख अपनाया। मोहन बागान के फॉरवर्ड खिलाड़ियों ने शुरुआती मिनटों में ही बेंगलुरु FC के डिफेंस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। हालांकि, बेंगलुरु के डिफेंडर्स ने अपने अनुभव और कुशलता से मोहन बागान के आक्रमणों को नाकामयाब किया। मैच के पहले हाफ में गोल करने के कई मौके दोनों टीमों को मिले, लेकिन गोलकीपरों के शानदार प्रदर्शन ने स्कोर को 0-0 पर ही बनाए रखा।

दूसरे हाफ में खेल का tempo और भी तेज़ हो गया। दोनों टीमों ने गोल करने के लिए भरपूर कोशिशें कीं। मैच के 60वें मिनट में मोहन बागान को पेनल्टी मिली, जिसे उन्होंने गोल में बदलकर बढ़त बना ली। इस गोल के बाद बेंगलुरु FC पर दबाव और बढ़ गया और उन्होंने बराबरी करने के लिए लगातार हमले किए। अंततः, मैच के 80वें मिनट में बेंगलुरु FC ने एक शानदार गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। अंतिम मिनटों तक दोनों टीमें जीत की तलाश में जुटी रहीं, लेकिन कोई भी टीम दूसरा गोल नहीं कर सकी और मैच 1-1 से ड्रॉ हो गया।

इस मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। मोहन बागान के मिडफील्डर्स ने गेंद पर नियंत्रण रखने और आक्रमण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि बेंगलुरु FC के डिफेंडर्स ने अपने मजबूत डिफेंस से मोहन बागान के आक्रमणों को नाकामयाब किया। दोनों टीमों के गोलकीपरों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और कई महत्वपूर्ण बचाव किए।

कुल मिलाकर, मोहन बागान और बेंगलुरु FC के बीच का यह मुकाबला बेहद रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक रहा। दोनों टीमों ने अपने खेल से दर्शकों का मनोरंजन किया और फुटबॉल के प्रति अपने जुनून का प्रदर्शन किया। यह मैच दर्शाता है कि भारतीय फुटबॉल का स्तर लगातार ऊपर उठ रहा है और भविष्य में हमें और भी रोमांचक मुकाबलों की उम्मीद कर सकते हैं। इस तरह के मुकाबले फुटबॉल के प्रति युवा पीढ़ी के रुझान को बढ़ावा देते हैं और खेल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। आगे आने वाले मैचों में दोनों टीमों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।