अल्मेडा की खासियत है उनकी ग्राउंड गेम। उनकी सबमिशन स्किल्स कमाल की हैं और वो अपने विरोधियों को पलक झपकते ही चित कर सकते हैं। उनका आक्रामक रवैया भी उन्हें दूसरे फाइटर्स से अलग बनाता है। वो मैच की शुरुआत से ही अपने विरोधी पर दबाव बनाते हैं और उन्हें कोई मौका नहीं देते। यही वजह है कि उनके ज्यादातर मैच पहले ही राउंड में खत्म हो जाते हैं।

अल्मेडा का UFC सफर अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन उन्होंने जो प्रभाव छोड़ा है वो काबिले तारीफ है। उन्होंने कई दिग्गज फाइटर्स को धूल चटाई है और अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। उनकी लगातार जीत ने उन्हें UFC रैंकिंग में ऊपर पहुँचा दिया है और अब वो बड़े खिताबों के लिए तैयार हैं।

अल्मेडा की ट्रेनिंग और उनकी मेहनत उनकी सफलता का राज है। वो घंटों जिम में पसीना बहाते हैं और अपनी स्किल्स को निखारने में कोई कसर नहीं छोड़ते। उनका डेडिकेशन और जुनून उन्हें UFC के शीर्ष पर पहुँचा सकता है।

आने वाले समय में अल्मेडा से और भी बड़ी उम्मीदें हैं। UFC के फैंस उनके अगले मुकाबले का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। क्या वो अपनी जीत का सिलसिला जारी रख पाएंगे? क्या वो UFC चैंपियन बन पाएंगे? ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन एक बात तो पक्की है, जेल्टन अल्मेडा एक ऐसा नाम है जिसे UFC की दुनिया में नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।