गिल्लैन-बैरे सिंड्रोम: जानें लक्षण, कारण, उपचार और बचाव के तरीके
GBS के लक्षण आमतौर पर पैरों में झुनझुनी या कमजोरी से शुरू होते हैं जो धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ते हैं। कुछ मामलों में, यह कमजोरी इतनी गंभीर हो सकती है कि सांस लेने में तकलीफ या लकवा हो जाए। हालांकि GBS एक गंभीर बीमारी है, लेकिन ज्यादातर लोग इससे पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। पूर्ण स्वस्थ होने में कई महीने या साल भी लग सकते हैं।
GBS के सटीक कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, यह अक्सर बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण के बाद होता है, जैसे कि श्वसन संक्रमण या पेट में संक्रमण। कभी-कभी सर्जरी, टीकाकरण, या अन्य बीमारियां भी GBS का कारण बन सकती हैं।
GBS का निदान शारीरिक परीक्षण, मेडिकल हिस्ट्री, और कुछ जांचों के आधार पर किया जाता है। इन जांचों में नर्व कंडक्शन स्टडी, इलेक्ट्रोमायोग्राफी, और लंबर पंचर शामिल हो सकते हैं। इन जांचों से डॉक्टर को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि तंत्रिकाएं कितनी अच्छी तरह काम कर रही हैं और GBS के अन्य कारणों को खारिज करने में भी मदद मिलती है।
GBS का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को कम करने और रिकवरी को तेज करने के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं। इन उपचारों में प्लाज्मा एक्सचेंज, इम्यूनोग्लोबुलिन थेरेपी, और सहायक देखभाल शामिल है। प्लाज्मा एक्सचेंज में रक्त से हानिकारक एंटीबॉडीज को हटाना शामिल है, जबकि इम्यूनोग्लोबुलिन थेरेपी में स्वस्थ एंटीबॉडीज को नसों के माध्यम से देना शामिल है। सहायक देखभाल में सांस लेने में सहायता, दर्द प्रबंधन, और शारीरिक थेरेपी शामिल हो सकती है।
GBS से बचाव का कोई निश्चित तरीका नहीं है, लेकिन संक्रमण से बचाव के लिए अच्छी स्वच्छता रखना और टीकाकरण करवाना GBS के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। अगर आपको GBS के कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है। जल्दी निदान और उपचार से GBS की गंभीरता को कम करने और रिकवरी को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि GBS एक गंभीर बीमारी है, लेकिन ज्यादातर लोग इससे पूरी तरह ठीक हो जाते हैं।
GBS के दौरान उचित देखभाल और सहायता मिलना बहुत ज़रूरी है। परिवार और दोस्तों का सहयोग रिकवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, GBS सपोर्ट ग्रुप्स भी भावनात्मक और व्यावहारिक सहायता प्रदान कर सकते हैं।