एम्मा की सबसे बड़ी ताकत उनकी आक्रामक खेल शैली है। वे बेसलाइन से शक्तिशाली शॉट्स लगाने में माहिर हैं और उनके फोरहैंड विनर्स अक्सर विरोधियों के लिए मुश्किल खड़ी करते हैं। लेकिन इसी आक्रामकता के कारण वे कई बार गलतियाँ भी करती हैं। उनकी सर्विस भी उतनी स्थिर नहीं रही है जितनी होनी चाहिए।

चोटों ने भी उनके करियर पर ब्रेक लगाया है। पिछले कुछ समय से वे कलाई और पीठ की चोटों से जूझ रही हैं, जिसके कारण उन्हें कई टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा है। इन चोटों ने उनके खेल पर भी असर डाला है।

फॉर्म में गिरावट का एक कारण मानसिक दबाव भी हो सकता है। यूएस ओपन जीतने के बाद उनसे बहुत उम्मीदें थीं और यह दबाव उनके प्रदर्शन पर असर डाल रहा होगा।

हालांकि, एम्मा अभी भी बहुत युवा हैं और उनके पास समय है। यदि वे अपनी फिटनेस पर ध्यान दें और अपनी तकनीक में सुधार करें, तो वे फिर से शीर्ष पर पहुँच सकती हैं। उन्हें अपने खेल में स्थिरता लाने की जरूरत है। उन्हें अपने आक्रामक खेल और रक्षात्मक खेल के बीच संतुलन बनाने पर भी काम करना होगा।

एम्मा के कोचिंग स्टाफ में बदलाव भी उनके प्रदर्शन में सुधार ला सकता है। एक अनुभवी कोच उन्हें सही दिशा दिखा सकता है और उनके खेल को निखार सकता है।

एम्मा के पास प्रतिभा की कमी नहीं है। यदि वे अपनी कमजोरियों पर काम करें और मानसिक रूप से मजबूत रहें, तो वे फिर से शीर्ष पर अपनी जगह बना सकती हैं। टेनिस जगत को उनकी वापसी का इंतज़ार है। क्या एम्मा इस चुनौती पर खरी उतर पाएंगी? समय ही बताएगा।