सबालेंका का खेल पिछले कुछ सालों में काफी निखरा है। उनकी फिटनेस में सुधार, रणनीति में बदलाव और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें एक बेहतरीन खिलाड़ी बनाया है। ऑस्ट्रेलियन ओपन में उन्होंने कई दिग्गज खिलाड़ियों को हराकर अपनी क्षमता का लोहा मनवाया। उनकी आक्रामकता और नेट पर दबदबा देखते ही बनता था।

सबालेंका की सबसे बड़ी ताकत उनकी सर्विस है। उनकी तेज और सटीक सर्विस अक्सर विरोधियों के लिए मुश्किल साबित होती है। इसके अलावा, उनका फोरहैंड भी बेहद घातक है। वह अपने फोरहैंड से विनर्स लगाकर आसानी से पॉइंट्स जीत लेती हैं।

हालांकि, सबालेंका के खेल में कुछ कमजोरियां भी हैं। कभी-कभी उनका खेल असंगत हो जाता है और वह अनफोर्स्ड एरर कर बैठती हैं। दबाव में उनका प्रदर्शन भी कभी-कभी प्रभावित होता है।

लेकिन ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद सबालेंका का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। उनका मानना है कि वह अब और भी बड़े टूर्नामेंट जीत सकती हैं। अगर वह अपनी कमजोरियों पर काम करती रहें और अपनी फॉर्म बरकरार रखें, तो वह निश्चित रूप से अगली ग्रैंड स्लैम चैंपियन बन सकती हैं।

टेनिस जगत की नजर अब सबालेंका पर है। हर कोई देखना चाहता है कि क्या वह इस जीत को आगे भी जारी रख पाएंगी। आने वाले समय में सबालेंका का प्रदर्शन बताएगा कि वह वास्तव में कितनी बड़ी खिलाड़ी बन सकती हैं। उनकी प्रतिभा और मेहनत देखकर यही लगता है कि वह टेनिस की दुनिया में एक नया इतिहास रच सकती हैं। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि सबालेंका अगली पीढ़ी के टेनिस सितारों में से एक हैं। उनका भविष्य उज्जवल है और टेनिस प्रेमी उन्हें आने वाले वर्षों में कई ग्रैंड स्लैम खिताब जीतते हुए देखना चाहेंगे।